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विचार पीयूष

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*खरीफ उत्पादकता गोष्ठी का डीएम ने किया उद्घाटन* महराजगंज, कृषि सूचना तंत्र के सुदृढ़ीकरण एवं कृषि जागरूकता कार्यक्रम योजनांतर्गत महालक्ष्मी लॉन में जनपदस्तरीय खरीफ उत्पादकता गोष्ठी का उद्घाटन जिलाधिकारी सत्येन्द्र कुमार द्वार किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित जिलाधिकारी ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि मुझे ज्ञात हुआ है कि कुछ खेतों तक नालों की ठीक से सफाई न होने से सिंचाई में बाधा आ रही है। अगले 3-4 दिनों में उन सभी नालों की सफाई का कार्य अभियान चलाकर कराया जाएगा, ताकि नहरों का पानी खेतों तक आसानी से पहुंच सके। जिलाधिकारी ने कहा कि इस गोष्ठी का मुख्य उद्देश्य है कि जनपद में किसानों की आय कैसे बढ़े और उनकी उपज की उत्पादकता कैसे बढ़े? जिलाधिकारी ने कहा कि मैं अपने ट्रेनिंग के दौरान लगभग 11-12 राज्यों के किसानों से मिला और मेरा एक सामान्य अनुभव रहा कि जिन राज्यों के किसान का खेती के प्रति व्यवसायिक दृष्टिकोण है, वहां के किसान सम्पन्न हैं। जिलाधिकारी ने कहा मेरा जनपद के किसानों से अनुरोध है कि वे खुद को व्यवसायी और कृषि को व्यवसाय के रूप में लें। उन्होंने कहा खेत किसान की फैक्ट्री है। जिस प्रकार उद्यमी अपनी फैक्ट्री को बंद नहीं रखता, उसी प्रकार किसान को अपना खेत लंबे समय तक खाली नही छोड़ना चाहिए। इसलिए जनपद के किसान साल में 3-4 फसल जरूर उगाएं। जिलाधिकारी ने कहा कि किसान क्लस्टर आधारित कृषि करें। जनपद में इसकी अच्छी संभावना है। हमारा लक्ष्य है कि अगले 06 महीनों में जनपद के प्रत्येक गाँव में क्लस्ट आधारित कृषि को शुरू किया जाये। उन्होंने कहा कि जरूरत यह भी है कि किसान रासायनिक उर्वरक से वर्मी कम्पोस्ट की ओर जायें; क्योंकि खेतो में रासायनिक उर्वरक आवश्यकता से ज्यादा हो गया है और अब इससे खेतों की उत्पादकता नष्ट हो रही है। जनपद में वर्मी कंपोस्ट निर्माण की अच्छी संभावना है। यहाँ तक कि इसे जनपद में उद्योग का रूप देते हुए इसका निर्यात भी किया जा सकता है। जिलाधिकारी ने कहा कि किसानों को नवाचारी होना पड़ेगा और खेती में नये प्रयोग करने होंगे, तभी हम खेती को लाभकारी बना पायेंगे। जिलाधिकारी ने कार्यक्रम के अंत मे कृषि विभाग द्वारा लगाये गए विभिन्न स्टालों का निरीक्षण भी किया। गोष्ठि को कृषि वैज्ञानिकों व प्रगतिशील किसानों द्वारा भी संबोधित किया गया। इससे पूर्व जिलाधिकारी ने उनका स्वागत करने आये किसानों को माला पहनाकर सम्मानित किया और कहा कि इस गोष्ठी के प्रमुख अतिथि आप लोग हैं। गोष्ठी में उपनिदेशक कृषि रामशिष्ट, भूमि संरक्षण अधिकारी रविशंकर पांडेय सहित प्रगतिशील किसान एवं अन्य सम्मानित लोग उपस्थित रहे।

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*खरीफ उत्पादकता गोष्ठी का डीएम ने किया उद्घाटन*

 

 

महराजगंज,

कृषि सूचना तंत्र के सुदृढ़ीकरण एवं कृषि जागरूकता कार्यक्रम योजनांतर्गत महालक्ष्मी लॉन में जनपदस्तरीय खरीफ उत्पादकता गोष्ठी का उद्घाटन जिलाधिकारी सत्येन्द्र कुमार द्वार किया गया।

मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित जिलाधिकारी ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि मुझे ज्ञात हुआ है कि कुछ खेतों तक नालों की ठीक से सफाई न होने से सिंचाई में बाधा आ रही है। अगले 3-4 दिनों में उन सभी नालों की सफाई का कार्य अभियान चलाकर कराया जाएगा, ताकि नहरों का पानी खेतों तक आसानी से पहुंच सके।

जिलाधिकारी ने कहा कि इस गोष्ठी का मुख्य उद्देश्य है कि जनपद में किसानों की आय कैसे बढ़े और उनकी उपज की उत्पादकता कैसे बढ़े? जिलाधिकारी ने कहा कि मैं अपने ट्रेनिंग के दौरान लगभग 11-12 राज्यों के किसानों से मिला और मेरा एक सामान्य अनुभव रहा कि जिन राज्यों के किसान का खेती के प्रति व्यवसायिक दृष्टिकोण है, वहां के किसान सम्पन्न हैं। जिलाधिकारी ने कहा मेरा जनपद के किसानों से अनुरोध है कि वे खुद को व्यवसायी और कृषि को व्यवसाय के रूप में लें। उन्होंने कहा खेत किसान की फैक्ट्री है। जिस प्रकार उद्यमी अपनी फैक्ट्री को बंद नहीं रखता, उसी प्रकार किसान को अपना खेत लंबे समय तक खाली नही छोड़ना चाहिए। इसलिए जनपद के किसान साल में 3-4 फसल जरूर उगाएं।

जिलाधिकारी ने कहा कि किसान क्लस्टर आधारित कृषि करें। जनपद में इसकी अच्छी संभावना है। हमारा लक्ष्य है कि अगले 06 महीनों में जनपद के प्रत्येक गाँव में क्लस्ट आधारित कृषि को शुरू किया जाये। उन्होंने कहा कि जरूरत यह भी है कि किसान रासायनिक उर्वरक से वर्मी कम्पोस्ट की ओर जायें; क्योंकि खेतो में रासायनिक उर्वरक आवश्यकता से ज्यादा हो गया है और अब इससे खेतों की उत्पादकता नष्ट हो रही है। जनपद में वर्मी कंपोस्ट निर्माण की अच्छी संभावना है। यहाँ तक कि इसे जनपद में उद्योग का रूप देते हुए इसका निर्यात भी किया जा सकता है।

जिलाधिकारी ने कहा कि किसानों को नवाचारी होना पड़ेगा और खेती में नये प्रयोग करने होंगे, तभी हम खेती को लाभकारी बना पायेंगे।

जिलाधिकारी ने कार्यक्रम के अंत मे कृषि विभाग द्वारा लगाये गए विभिन्न स्टालों का निरीक्षण भी किया।

गोष्ठि को कृषि वैज्ञानिकों व प्रगतिशील किसानों द्वारा भी संबोधित किया गया। इससे पूर्व जिलाधिकारी ने उनका स्वागत करने आये किसानों को माला पहनाकर सम्मानित किया और कहा कि इस गोष्ठी के प्रमुख अतिथि आप लोग हैं।

गोष्ठी में उपनिदेशक कृषि रामशिष्ट, भूमि संरक्षण अधिकारी रविशंकर पांडेय सहित प्रगतिशील किसान एवं अन्य सम्मानित लोग उपस्थित रहे।

स्वामी एवं सम्पादक-श्री विशुनदेव त्रिपाठी WhatsApp -8756930388 e.mail -vicharpiyush@gmail.com

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