*प्रशासन की लापरवाही के कारण छठ घाट पर डूबीं दो बेटियां*
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*प्रशासन की लापरवाही के कारण छठ घाट पर डूबीं दो बेटियां*
*एक गंभीर हाल में बांसगांव सीएचसी से जिला अस्पताल भेजी गई*
*गंभीर प्रशासनिक लापरवाही आई सामने*
उनवल,गोरखपुर।।
आमी नदी के तट पर छठ पूजा के दौरान बड़ी प्रशासनिक लापरवाही सामने आई है। आमी नदी के किनारे गोरसैरा ग्राम सभा में बने छठ घाट पर अर्घ्य देने के दौरान सिमरन पुत्री छट्ठू चौहान,
साक्षी पुत्री धर्मेन्द्र चौहान पानी में खड़ी सूर्य देव को अर्घ्य देने को खड़ी थी की अचानक एक का पैर स्लिप हुवा और वो गहरे पानी में चली गई साक्षी को बचाने गयी तो सिमरन भी डूबने लगी बच्चीयों को डूबता देख लोगों ने शोर मचाया तो ग्रामीणों पानी में घुस किसी तरह उनको गहरे पानी से बाहर निकाला जहाँ सिमरन होस में थी जबकी साक्षी की हालत काफी गंभीर थी स्थिति को देखते हुवे सभाषद राजन ने बच्ची को एंबुलेंस से बांसगांव सीएचसी में इलाज के लिए भेजा, हालत गंभीर देखते हुए उन्हें बांसगांव से इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा जहां डॉक्टर ने स्थिति को गंभीर देखते हुवे उन्हें बीआरडी मेडिकल कॉलेज भेज दिया,मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों के अथक प्रयास से साक्षी पुत्री धर्मेंद्र चौहान को बचाया जा सका। डॉक्टर का कहना है थोड़ी देर यदि और हो जाती तो जान बचाना मुश्किल होता वही परिवार के लोगों ने बताया कि सभासद राजन पासवान और भाजपा आईटी सेल के जिला संयोजक इंद्र कुमार निगम जी के सहयोग से उनको सही समय पर अस्पताल पहुंचाया जा सका, इस घटना से नगरवासियों ने गहरा रोष जताया है।
वार्ड संख्या 4 के सभासद राजन पासवान ने बताया कि जहां की यह घटना है उनवल के बाहर गोरसैरा ग्राम सभा में आता है, बावजूद उसके नगर पंचायत उनवल प्रशासन हमेशा यथासंभव सहयोग देता रहा है।
व्रतियों में ही कुछ लोगों ने आरोप लगाया है कि ग्राम प्रधान गोरसैरा कभी छठ घाट पर झाकने तक नहीं जाते हैं कि क्या व्यवस्था है क्या नहीं है। यहां पर प्रशासनिक महकमें की भी भारी चूक जनता में आक्रोशका कारण बनी है, वहां किसी प्रकार का ना कोई पुलिस प्रशासन का कोई सिपाही रहा है और ना ही एनडीआरएफ की कोई टीम लगाई गई है जबकि छठ पूजा आमी नदी के घाट पर प्रत्येक वर्ष होती है।
स्वामी एवं सम्पादक-श्री विशुनदेव त्रिपाठी WhatsApp -8756930388 e.mail -vicharpiyush@gmail.com
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